क्यूँ करते हो तुम इतनी जोरा-जोरी,
साथ नहीं जाने वाली कोई तिजोरी,
मुलाक़ातों का सिलसिला भी रखो,
जाने कब टूट जाये साँसों की डोरी !
Kyun karte ho tum itni jora-jori,
Saath nahin jaane waali koi tijori,
Mulaqaton kaa silsila bhi rakho,
Jaane kab tut jaaye saanson ki dori !
- जोरा-ज़ोरी - किसी से हठात् कुछ लेने या छीन लेने के लिए किया जाने वाला प्रयत्न
- तिजोरी - लोहे की मज़बूत, छोटी एवं भारी आलमारी
- मुलाक़ात - साक्षात्कार, भेंट, मेल-मिलाप, एक दुसरे से मिलना, एक दुसरे का मिलाप
- सिलसिला - अनुक्रमिता, क्रमिकता, क्रमबद्धता, क्रम, श्रंखला, कड़ियाँ, ज़ंजीर, लड़ी
- Article By. Dharm_Singh
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