हर दुआ और सजदा मेरा, फ़िर यूँही फ़िजूल गया,
मुक़द्दर में मेरे जब ख़ुदा, इशरत लिखना भूल गया !
Har dua aur sajda mera, fir yoonhi fijool gaya,
Muqaddar mein mere jab khuda, ishrat likhna bhool gaya !
- सजदा - घुटने या माथा टेककर या सिर झुकाकर प्रणाम करना या ईश्वरीय आराधना करना
- फ़िजूल - व्यर्थ, बेकार, निरर्थक, बेमतलब, फालतू
- इशरत - ख़ुशी, आनंद, मौज-मस्ती, आराम, सुख, चैन, हर्ष, ऐशो-आराम, भोग-विलास
- Article By. Dharm_Singh
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