न जाने कब वो, सहर आयेगी,
जब सांसें हमारी, ठहर जायेगी !
Na jaane kab woh, sahar aayegi,
Jab saansen humari, thahar jaayegi !
- सहर - सुबहा, सवेरा, प्रात:काल, भोर, प्रभात
- ठहर जाना - रुक जाना, बंद हो जाना, एक ही जगह पर स्थिर हो जाना
- Article By. Dharm_Singh
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